हिमाचल: 20 मिनट की भारी बारिश ने मचाई तबाही, घरों में घुसा मलबा, लोगों ने भागकर बचाई जान
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में शनिवार देर शाम हुई 20 मिनट की भारी बारिश ने तबाही मचा दी। बारिश से ग्राम पंचायत जांघी स्थित नाले के जलस्तर ने रौद्र रूप धारण कर लिया। जलस्तर बढ़ने से मलबा साथ लगते देवेंद्र के मकान में घुस गया। वहीं, दर्जन भर अन्य ग्रामीणों ने परिवार सहित घरों से भाग कर अपनी जानें बचाईं। गनीमत रही कि ग्रामीण समय रहते घरों से खेतों और खुली जगह पर भाग गए अन्यथा बड़ी मानवीय क्षति हो सकती थी। सूचना मिलने के बाद उपायुक्त ने एसडीएम और राजस्व विभाग की टीमों को मौके के लिए रवाना किया।
चंबा जिले के जांगी नाले में शनिवार देर शाम करीब सात बजे के करीब भारी बारिश के बाद नाले का जलस्तर काफी बढ़ गया। जांघी नाला मलबे से लबालब होने और नाले के किनारों पर क्रेट वाल न होने से मलबा और कीचड़ लोगों के घरों में जा पहुंचा। अचानक घरों में आए मलबे और कीचड़ को देख लोगों ने वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। प्रभावित देवेंद्र, अशोक कुमार, नितिन ठाकुर, अजय कुमार, राजू, अंजू देवी, बोधराज, सोनू, जन्म सिंह, विपिन और नितिन ने बताया कि वर्ष 2019 में भी इसी प्रकार से नाले का जलस्तर बढ़ने से मलबा उनके घरों में घुस गया था।
मलबे और कीचड़ से सारा सामान खराब हो गया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और सरकार से कई बार इस समस्या का समाधान करने की मांग उठाई। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने सीएम हेल्पलाइन नंबर और पंचायत से दो बार प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को प्रेषित किए हैं। बावजूद इसके अभी तक इस दिशा में कोई भी उचित कदम नहीं उठाया गया है। प्रभावितों ने बताया कि शनिवार देर शाम भारी बारिश के बाद 200 मीटर लंबा और 7 फीट चौड़ा मलबे और कीचड़ का ढेर नाले में जमा हो गया है।
उन्होंने चेताया है कि अगर प्रशासन ने लोगों की समस्या का हल नहीं किया तो एनएच जाम कर दिया जाएगा। बारिश से प्राथमिक स्कूल जांघी और पटवार खाने को भी नुकसान हुआ है। वहीं कई वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए हैं। नाले में बढ़े जलस्तर से जांघी नाले पर बनाई गई पुलिया मलबे के ढेर में दब गई। ऐसे में लोगों को अब उसके ऊपर से ही आवाजाही करनी पड़ रही है। देर शाम भारी बारिश से खेतों में बिजी गई मक्की की फसल और मिट्टी सहित बहने से खेतो में नालियां बन गईं।
नाले में पानी के साथ आए मलबे से भरमौर-पठानकोट एनएच भी एक घंटे के लिए बंद पड़ गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची मशीनरी ने एनएच को बहाल किया। एनएच के सहायक अभियंता कनव बडोत्रा ने इसकी पुष्टि की। उपायुक्त डीसी राणा ने भी जांघी गांव में नाले का जलस्तर बढ़ने से लोगों को हुए नुकसान की पुष्टि की है। कहा कि नुकसान का जायजा लेने के लिए एसडीएम और राजस्व विभाग के कर्मचारियों को मौके पर भेजा गया है। कहां कि मौके पर हालात खराब होने की सूरत में ग्रामीणों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।
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कुल्लू-कांगड़ा, हमीरपुर में अंधड़ के साथ बारिश राजधानी शिमला में शनिवार को धूप खिली रही, जबकि कुल्लू, कांगड़ा और हमीरपुर जिले के कई इलाकों में अंधड़ के साथ बारिश हुई। उधर, रोहतांग दर्रे के साथ ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई। कुल्लू जिले के निचले क्षेत्रों में तेज हवाएं और अंधड़ के साथ बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। मौसम का मिजाज बिगड़ने से किसानों-बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला कांगड़ा के कई हिस्सों में दोपहर बाद बारिश और ठंडी हवाएं चलने से एक बार फिर गर्मी से राहत मिली है। नूरपुर क्षेत्र में आम के बागीचों के लिए यह बारिश लाभदायक मानी जा रही है। वहीं, हमीरपुर जिले के नादौन इलाके में भी अंधड़ के साथ बारिश हुई।
प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। उधर, ऊना जिले के बंगाणा की सिहाणा पंचायत में तूफान के साथ भारी ओलावृष्टि हुई। इससे सब्जियों और फलदार पौधों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों में रविवार को भी बारिश होने के आसार हैं। मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में रविवार को मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। पूरे प्रदेश में सात जून से मौसम रहने की संभावना जताई गई है। शनिवार को ऊना में अधिकतम तापमान 36.2, कांगड़ा 33.3, सोलन 32.0, नाहन 31.3, चंबा 31.8, भुंतर 31.9, सुंदरनगर 30.2, धर्मशाला 27.6, शिमला-बिलासपुर 25.0, हमीरपुर 23.8, कल्पा 19.4, डलहौजी 20.1 और केलांग में 16.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
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