गुड़िया के माता-पिता ने कहा: नीलू ही अकेला दोषी नहीं, असली गुनहगार आज भी आजाद
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला जिले के कोटखाई में बहुचर्चित गुड़िया रेप एंड मर्डर केस में बीते कल फैसला हो गया है। चार साल के बाद न्याय का इंतजार खत्म हुआ है और आदालत ने ने दोषी नीलू चरानी को उम्र कैद की सजा सुनाई है। अब ताउम्र दोषी नीलू जेल में रहेगा और कोर्ट ने उस पर 10 हजार रूपए का जुर्माना भी लगाया है। वहीं, अब कोर्ट द्वारा सुनाए गए इस फैसले पर शाम होते होते प्रदेश के लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं।
गुड़िया ने माता-पिता का बयान आया सामने: अदालत के फैसले पर गुड़िया के माता पिता का भी बयान सामने आया है। गुड़िया के माता-पिता कोर्ट के इस फैसले से नाखुश हैं। उन्होंने सीबीआई जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि यह अकेले चिरानी नीलू का काम नहीं हो सकता है। असली गुनहगार आज भी आजाद घूम रहे हैं। इस कृत्य के लिए तो फांसी की सजा भी कम है। गुड़िया के माता-पिता ने कहा कि चार साल के बाद भी उनकी बेटी को इंसाफ नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच शुरू होने के बाद उन्हें भरोसा था कि अब इंसाफ होगा। गुनहगार पकड़े जाएंगे, लेकिन सीबीआई ने भी उनका विश्वास तोड़ा है। अब हम मामले को हाईकोर्ट में लेकर जाएंगे। जब तक तक बेटी को इंसाफ नहीं मिलता, वह कानूनी लड़ाई लड़ते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने सारे प्रकरण का गुनहगार चिरानी नीलू को बनाकर अपना पल्लू झाड़ लिया है, जबकि ऐसे जघन्य अपराध को एक व्यक्ति अंजाम नहीं दे सकता है। इस अपराध में एक से अधिक व्यक्ति शामिल थे। मामले की जांच ठीक से हुई होती तो आज असली गुनहगार सलाखों के पीछे होते। इसलिए मामले की फिर से जांच होनी चाहिए।
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