हिमाचल: एक ही दिन में पर्यटकों की भीड़ देख कांप उठे व्यापारी
हिमाचल प्रदेश में आज से प्रदेश सरकार ने कई साईं पाबंदियां पर से ताला हटा लिया है और इस के साथ सूबे में अचानक से पर्यटकों की आमद 10 गुनी तेजी से बढ़ गई है। अभी सूबे में यह पार्शियल अनलॉक लागू हुए ठीक से एक दिन का भी समय नहीं बीता है कि प्रदेश के पर्यटन कारोबारियों की सांस ऊपर नीचे होने लगी है। अब तक जहां ये कारोबारी प्रदेश सरकार से कोरोना काल में पर्यटकों को एंट्री देने और सूबे में जारी कर्फ्यू में ढील देने की मांग कर रहे थे।
वहीं, एक दिन के भीतर ही सूबे के भीतर दाखिल हुई पर्यटकों ने इन कारोबारियों कि आंख खोलकर रख दी है। जिसका अंजाम ये हुआ है कि अब पर्यटन से जुड़े इन कारोबारियों का कहना है कि सरकार बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के किसी भी पर्यटक को राज्य में एंट्री न दे। अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हुए राज्य के लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे से बचा ले।
कारोबारियों का कहना है कि जब बिना टेस्ट के हजारों-लाखों पर्यटक प्रदेश में आएंगे तो एक बार फिर संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा। समर पर्यटन सीजन तो कोरोना महामारी की भेंट चढ़ ही चुका है। अगर सरकार ने अपना नहीं बदला और आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट की बंदिश नहीं लगाई तो स्थिति ज्यादा भयावह हो सकती है। इससे आने विंटर पर्यटन सीजन भी तबाह हो सकता है।
कारोबारियों का कहना है कि जब बिना टेस्ट के हजारों-लाखों पर्यटक प्रदेश में आएंगे तो एक बार फिर संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा। समर पर्यटन सीजन तो कोरोना महामारी की भेंट चढ़ ही चुका है। अगर सरकार ने अपना नहीं बदला और आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट की बंदिश नहीं लगाई तो स्थिति ज्यादा भयावह हो सकती है। इससे आने विंटर पर्यटन सीजन भी तबाह हो सकता है।
प्रदेश सरकार के बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के पर्यटकों की एंट्री के फैसले पर पर्यटन कारोबारियों ने नाराजगी जताई है। कुल्लू जिला पर्यटन कारोबारियों ने प्रदेश सरकार से इस फैसले पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है।
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