भोलेनाथ के भक्त का अनूठा काम, लकड़ी-पत्थर पर बनाईं सबसे छोटी मूर्तियां
Mahashivratri 2021 ओडिशा के एक कलाकार ने भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अतिलघु मूर्तियां बनाई हैं। आर्टिस्ट ने लकड़ी और पत्थर पर शिवलिंग और शिव की अनूठी कलाकृतियां उकेरी हैं।
अतिलघु मूर्तियों से चर्चा में सत्यनारायण ओडिशा के गंजम जिले में रहने वाले आर्टिस्ट सत्य नारायण महाराणा सुर्खियों में हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार सत्य नारायण ने महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान भोलेनाथ और शिवलिंग की अतिलघु मूर्तियां बनाई हैं। यह मूर्तियां अतिलघु होने के कारण लोगों के बीच कौतूहल का विषय बन गई हैं।
पत्थर और लकड़ी पर बनाईं शिव की मूर्ति आर्टिस्ट सत्य नारायण महाराण ने इन मूर्तियों को बनाने के लिए पत्थर और लकड़ी का इस्तेमाल किया है। पत्थर और लकड़ी को काटकर बनाई गईं इन मूर्तियों का साइज काफी छोटा है। लकड़ी पर उकेरी गई मूर्तियों का साइज 5 मिमी, 1.5 सेमी, 2 सेमी और 4.2 सेमी है। इसके अलावा पत्थर पर बनाई गई लघुमूत्रि का साइज 1.3 सेमी है।
दुनिया की अतिलघु मूर्ति बनाने का प्रयास आर्टिस्ट सत्य नारायण ने बताया कि मैंने भगवान शिव की दुनिया की सबसे छोटी मूर्ति बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि मैंने इन्हें लकड़ी (5 मिमी) और पत्थर (1.3 सेमी) का उपयोग करके बनाया है। मैंने पत्थर का 7 मिमी शिवलिंग और लकड़ी का 3 मिमी साइज का शिवलिंग भी बनाया है।
पत्थर और लकड़ी पर बनाईं शिव की मूर्ति आर्टिस्ट सत्य नारायण महाराण ने इन मूर्तियों को बनाने के लिए पत्थर और लकड़ी का इस्तेमाल किया है। पत्थर और लकड़ी को काटकर बनाई गईं इन मूर्तियों का साइज काफी छोटा है। लकड़ी पर उकेरी गई मूर्तियों का साइज 5 मिमी, 1.5 सेमी, 2 सेमी और 4.2 सेमी है। इसके अलावा पत्थर पर बनाई गई लघुमूत्रि का साइज 1.3 सेमी है।
दुनिया की अतिलघु मूर्ति बनाने का प्रयास आर्टिस्ट सत्य नारायण ने बताया कि मैंने भगवान शिव की दुनिया की सबसे छोटी मूर्ति बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि मैंने इन्हें लकड़ी (5 मिमी) और पत्थर (1.3 सेमी) का उपयोग करके बनाया है। मैंने पत्थर का 7 मिमी शिवलिंग और लकड़ी का 3 मिमी साइज का शिवलिंग भी बनाया है।
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