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एक बार फिर पूरी ताकत के साथ लौटा कोरोना, अब आई टेंशन वाली खबर

एक बार फिर पूरी ताकत के साथ लौटा कोरोना, अब आई टेंशन वाली खबर

विदेशों में एक बार फिर कोरोना पूरी ताकत के साथ लौट आया है। महाराष्ट्र में भी कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उदयपुर में सेंपलिंग बेहद कम हो रही है, ऐसे में यदि बढ़ते आईएलआई मरीजों में संक्रमण फैल गया तो बड़ी परेशानी हो सकती है। हालात ये है कि विभाग भले ही डोर टू डोर सर्वे के दावे कर रहा है, लेकिन अब तक चिकित्सा विभाग ने रेंडम सेंपलिंग की शुरुआत नहीं की है। दूसरी ओर सेंपल भी पहले से बेहद कम लिए जा रहे हैं।

नमूने नहीं लेंगे तो पता कैसे चलेगा कि कौन संक्रमित है...

पिछले कुछ माह की बात करें तो सेंपलिंग बेहद कम हो गई है। खास बात ये है कि पिछले एक माह में गिनी चुनी सेंपलिंग हुई है, इनमें इक्के दुक्के संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, लेकिन त्योहार निकलने के बाद ये जरूरी है कि गंभीर होकर नमूनों की संख्या बढ़ाई जाए।


बेहद बढ़ रहे मरीज
- शहर व संभाग के सबसे बड़े एमबी हॉस्पिटल की बात की जाए तो बीते एक पखवाड़े में दो हजार से ज्यादा आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) यानी सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीज सामने आए हैं। इसके अलावा शहर में अम्बामाता स्थित जिला चिकित्सालय, हिरणमगरी स्थित सेटेलाइट हॉस्पिटल व अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी 100 से लेकर 500 से ज्यादा की दैनिक ओपीडी है। ऐसे में यदि रेंडम सेंपलिंग नहीं हुई तो बाद में बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।

- बीते अक्टूबर माह की बात करें तो पिछले माहों से अपेक्षाकृत कम नमूने जांचे गए हैं।
दिनांक- नमूनों की संख्या- संक्रमित

1 अक्टूबर- 521-0
2 अक्टूबर- 498-0

3 अक्टूबर- 483-0
4 अक्टूबर- 0-0

5 अक्टूबर- 522-0
6 अक्टूबर- 536- 0

7 अक्टूबर- 473- 0
8 अक्टूबर- 423- 0

9 अक्टूबर- 448- 0
10 अक्टूबर- 398- 0

11 अक्टूबर- 267- 0
12 अक्टूबर - 483- 0

13 अक्टूबर- 307- 1
14अक्टूबर-267- 0

15अक्टूबर- 318-0
16अक्टूबर- 263- 0

17अक्टूबर- 289- 0
18अक्टूबर- 178-0

19अक्टूबर- 298- 0
20अक्टूबर- 276- 0

21अक्टूबर- 338- 0
22अक्टूबर- 363- 0

23अक्टूबर- 372- 0
24अक्टूबर- 256- 0

25अक्टूबर- 116- 0
26अक्टूबर- 292- 0

27अक्टूबर- 312- 0
28अक्टूबर- 335- 0

29अक्टूबर- 378- 0
30अक्टूबर- 391- 0

31अक्टूबर- 386- 0

नवम्बर माह
नवम्बर माह के सात दिनों में 1856 नमूने जांचे गए। इनमें से दो लोग संक्रमित मिले हैं। जबकि इससे पहले पूरे अक्टूबर माह में केवल एक संक्रमित मिला है। खास बात ये है कि ये वहीं लोग हैं, जो स्वयं के टेस्ट के लिए हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं, जबकि अब रेंडम सेंपलिंग होनी जरूरी है, ताकि स्थिति सामने आ सके।

स्थितियां देखते हुए रेंडम सेंपलिंग

विभाग स्थितियां देखते हुए रेंडम सेंपलिंग करेगा। हालांकि फिलहाल मरीजों की संख्या काबू में है। सेंपल तो बढ़ाएंगे ताकि यदि किसी के वाकई संक्रमण के हालात है तो समय पर उसे उपचार मिल सके।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर

रेंडम सेंपलिंग से हकीकत आएगी सामने
जो मरीज बुखार, खांसी, का हॉस्पिटल पहुंच रहा है, उनकी तो हर हाल में जांच होनी ही चाहिए। इन दिनों डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी हुई है तो आईएलआई के अब फिर से आने लगे हैं। जो मरीज नाक , कान, गला विभाग से लेकर बाल चिकित्सालय और सामान्य ओपीडी में आ रहे हैं उनकी तो हर हाल में सेंपलिंग होनी ही चाहिए। रेंडम सेंपलिंग यदि शुरू की जाती है, तो इससे हकीकत सामने आ जाएगी।

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