कैसे पहचानें बच्चों की खांसी-जुकाम वायरल है या कोरोना का लक्षण है? ऐसे करें तुरंत पहचान
आजकल वायरल चल रहा है (Viral Fever in Children in hindi)
क्योंकि आजकल कोरोना का कहर है इसलिए लोग यह भूल चुके हैं कि मई-जून में वायरल बुखार चरम पर होता है। अगर आप पिछले 2-3 साल का याद करें तो आपको समझ आएगा कि इस समय हर तीसरा व्यक्ति वायरल का मरीज होता था। अस्पतालों के बाहर भी आधे से ज्यादा मरीज वायरल फीवर की समस्या लेकर जाते थे। इसलिए अगर बच्चे को सर्दी-जुकाम, बुखार या गले में दर्द जैसी कोई समस्या होती है तो पैनिक न हो, बल्कि डॉक्टर से सलाह लें। कई रिसर्च इस बात की ओर इशारा करती हैं कि अगर बच्चों को कोरोना हो जाए तो उन्हें गंभीर नुकसान नहीं होता है। हालांकि कई कोरोना संक्रमित बच्चों मेंपीडियाट्रिक इंफ्लामेट्री मल्टी सिस्टम सिंड्रोम के मामले सामने आए हैं।
ऐसे पहचानें खांसी-जुकाम वायरल है या कोरोना का लक्षण
एक्सपर्ट्स और डॉक्टर कहते हैं कि भले ही सर्दी, खांसी-जुकाम कोरोना के लक्षण हैं लेकिन जरूरी नहीं है कि हर बार व्यक्ति कोविड संक्रमित ही पाया जाए। डॉक्टर कहते हैं कि अगर बच्चे को खांसी और जुकाम के साथ बुखार नहीं है तो ये कोरोना का लक्षण नहीं हो सकता है। साथ ही अगर पिछले कुछ दिनों से घर में कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं हुआ है तो समझ लिजिए बच्चों को होने वाला सर्दी जुकाम वायरल का संकेत है और कोरोना की संभावना बहुत कम है। लेकिन अगर बच्चे को स्वाद नहीं आ रहा है या आपको बच्चे में कोई और लक्षण दिख रहे हैं तो बिना देरी के टेस्ट कराएं। क्योंकि जैसे जैसे वक्त बढ़ रहा है वैसे वैसे कोरोना के लक्षण और रूप भी बदल रहे हैं।
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