जब मैदान पर खड़ा होकर गुस्सा करने लगे थे श्रीसंत, धोनी ने कहा जाकर गेंद डाल भाई
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने कप्तान रहते हुए मैदान में कई दिलचस्प किस्सों के लिए याद किए जाते हैं। अपने साथी खिलाड़ियों के साथ महेन्द्र सिंह धोनी के कई यादगार किस्से जुड़े रहे। जिसमें कई किस्सों का तो खुलासा हो जाता है। लेकिन कुछ किस्से मैदान में ही सीमित रह जाते हैं।
महेन्द्र सिंह धोनी के साथ एस श्रीसंत का एक किस्सा…
महेन्द्र सिंह धोनी के अपने साथी खिलाड़ियों के साथ बातचीत या अन्य किस्से वैसे तो सामने आ ही जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी वाकये रहे हैं, जिससे हम आज तक अनजान ही रहे हैं। इसी तरह का एक किस्से का खुलासा हुआ है।
ये किस्सा किसी और का नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे गुस्सैल खिलाड़ी के रूप में याद किए जाने वाले एस श्रीसंत से जुड़ा है। जो भारत की साल 2007 के विश्व टी20 टीम का हिस्सा रहे हैं।
जब श्रीसंत हुए गुस्सा, तो धोनी ने समझाया अपने अंदाज में
भारत की टीम से आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद से बाहर तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत अपने ही गुस्सैल स्वभाव के लिए जाने जाते थे। जो मैदान में अपने एग्रेशन से विरोधी टीम से कई बार भिड़ते नजर आए हैं। इसी तरह की आक्रमकता में वो एक बार नजर आए थे।
ये घटना थी साल 2007 के विश्व टी20 को जीतने के बाद करीब एक सप्ताह बाद की। जब भारत, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहा था। जिसमें एस श्रीसंत काफी गुस्सा कर रहे थे, जिसके बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने उन्हें अपनी ही स्टाइल में समझाया।
रॉबिन उथप्पा ने किया इस घटना का खुलासा
इस घटना का खुलासा वैसे इससे पहले कभी नहीं हुआ था, लेकिन इसे आखिरकार 14 साल के बाद भारत के क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने किया जो उस वक्त टीम के साथ मैदान में मौजूद थे। रॉबिन उथप्पा ने इस घटना का जिक्र अपने यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से किया।
रॉबिन उथप्पा ने यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि
“ये विश्व कप के बाद की बात है और हम लोग हैदराबाद (मैच मुंबई में हुआ था) में ऑस्ट्रेलिया से खेल रहे थे। और जहां तक मुझे लगता है कि या तो एंड्रयू साइमंड्स या माइक हसी बैटिंग करते हुए रुक गए थे। और तब श्रीसंत रुका और स्टंप उखाड़ दिया और कहा कि ये कैसा रहा? कैसा लगा? तो एमएस(धोनी) दौड़ते हुए आए और उसे खींचते हुए कहा कि जाकर गेंद डालो भाई। अगर किसी ने उसे सही से संभाला तो वो एमएस ही थे।”
2007 के टी20 विश्व कप को लेकर भी किया जिक्र
इसके बाद उथप्पा ने भारत की 2007 में टी20 विश्व कप जीत को लेकर और श्रीसंत के द्वारा आखिरी कैच को लेकर भी बात की
उथप्पा ने आगे कहा कि
“मैं लॉन्ग ऑन पर खड़ा था। उस मैच में काफी सारी चीजें हुई थीं। जब गेंद हवा में गई तो मेरा पहला ख्याल था कि ठीक है, शॉर्ट फाइन लेग पर कौन हैं? और जब मैंने देखा कि श्री (श्रीसंत) है तो मैंने दौड़ना शुरू कर दिया था. मैं प्रार्थना कर रहा था कि पकड़ लेना। क्योंकि आप विश्व कप फाइनल पाकिस्तान से नहीं हार सकते। विश्व कप में ऐसा कुछ होता है कि हम हमेशा उनसे बेहतर होते हैं।”
महेन्द्र सिंह धोनी के अपने साथी खिलाड़ियों के साथ बातचीत या अन्य किस्से वैसे तो सामने आ ही जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी वाकये रहे हैं, जिससे हम आज तक अनजान ही रहे हैं। इसी तरह का एक किस्से का खुलासा हुआ है।
ये किस्सा किसी और का नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे गुस्सैल खिलाड़ी के रूप में याद किए जाने वाले एस श्रीसंत से जुड़ा है। जो भारत की साल 2007 के विश्व टी20 टीम का हिस्सा रहे हैं।
जब श्रीसंत हुए गुस्सा, तो धोनी ने समझाया अपने अंदाज में
भारत की टीम से आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद से बाहर तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत अपने ही गुस्सैल स्वभाव के लिए जाने जाते थे। जो मैदान में अपने एग्रेशन से विरोधी टीम से कई बार भिड़ते नजर आए हैं। इसी तरह की आक्रमकता में वो एक बार नजर आए थे।
ये घटना थी साल 2007 के विश्व टी20 को जीतने के बाद करीब एक सप्ताह बाद की। जब भारत, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहा था। जिसमें एस श्रीसंत काफी गुस्सा कर रहे थे, जिसके बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने उन्हें अपनी ही स्टाइल में समझाया।
रॉबिन उथप्पा ने किया इस घटना का खुलासा
इस घटना का खुलासा वैसे इससे पहले कभी नहीं हुआ था, लेकिन इसे आखिरकार 14 साल के बाद भारत के क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने किया जो उस वक्त टीम के साथ मैदान में मौजूद थे। रॉबिन उथप्पा ने इस घटना का जिक्र अपने यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से किया।
रॉबिन उथप्पा ने यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि
“ये विश्व कप के बाद की बात है और हम लोग हैदराबाद (मैच मुंबई में हुआ था) में ऑस्ट्रेलिया से खेल रहे थे। और जहां तक मुझे लगता है कि या तो एंड्रयू साइमंड्स या माइक हसी बैटिंग करते हुए रुक गए थे। और तब श्रीसंत रुका और स्टंप उखाड़ दिया और कहा कि ये कैसा रहा? कैसा लगा? तो एमएस(धोनी) दौड़ते हुए आए और उसे खींचते हुए कहा कि जाकर गेंद डालो भाई। अगर किसी ने उसे सही से संभाला तो वो एमएस ही थे।”
2007 के टी20 विश्व कप को लेकर भी किया जिक्र
इसके बाद उथप्पा ने भारत की 2007 में टी20 विश्व कप जीत को लेकर और श्रीसंत के द्वारा आखिरी कैच को लेकर भी बात की
उथप्पा ने आगे कहा कि
“मैं लॉन्ग ऑन पर खड़ा था। उस मैच में काफी सारी चीजें हुई थीं। जब गेंद हवा में गई तो मेरा पहला ख्याल था कि ठीक है, शॉर्ट फाइन लेग पर कौन हैं? और जब मैंने देखा कि श्री (श्रीसंत) है तो मैंने दौड़ना शुरू कर दिया था. मैं प्रार्थना कर रहा था कि पकड़ लेना। क्योंकि आप विश्व कप फाइनल पाकिस्तान से नहीं हार सकते। विश्व कप में ऐसा कुछ होता है कि हम हमेशा उनसे बेहतर होते हैं।”
No comments