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क्या आपका Mobile भी हो रहा है गर्म? तो अभी उठाए यें जरूरी कदम! नहीं तो हो सकता है भारी नुकसान

क्या आपका Mobile भी हो रहा है गर्म? तो अभी उठाए यें जरूरी कदम! नहीं तो हो सकता है भारी नुकसान

Smartphone Heating की समस्या का सामना लगभग सभी मोबाइल फोन यूजर्स को कभी न कभी करना ही पड़ता है। फोन में गेम खेलने के दौरान या फिर लंबी चेैटिंग तथा इंटरनेट सर्फिंग के दौरान अहसास होता है कि स्मार्टफोन कुछ गर्म हो गया है। कई बार फोन पर नॉर्मल बात करने के दौरान भी कान पर लगा मोबाइल गर्म होे जाता है। अमूमन स्मार्टफोन यूजर इसे नॉर्मल मानते हुए नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अब मौसम ने करवट ले ली है और तापमान बढ़ने लगा है। गर्मी के दस्तक देने के बाद अनेंको राज्यों में तापमान अभी से ही 40 डिग्री का आंकड़ा छू चुका है। गर्मी बढ़ने के साथ-साथ फोन की एक्स्ट्रा केयर भी जरूरी हो गई है और ऐसे में मोबाइल फोन गर्म होने यानी स्मार्टफोन हिट की समस्या को इग्नोर करना बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है। अगर आपका स्मार्टफोन भी गर्म हो रहा है तो आगे हमने mobile phone heating problem and solution की डिटेल्स के साथ कुछ प्वाइंट्स बताए हैं जिन्हें फॉलो करना बेहद ज्यादा जरूरी है।

क्यों होता है मोबाइल फोन गर्म

Smartphone Heating की समस्या कब सामने आती है यह बात तो हमने उपर बता दी है। लेकिन यह प्रॉब्लम क्यों पैदा होती है यह जानना भी आपके लिए उतना ही जरूरी है। किसी भी मोबाइल फोन के गर्म होने का एकमात्र कारण उसकी बैटरी होती है। हॉं, इस बैटरी के गर्म होने की वजह बहुत सी हो सकती है, जिनका जिक्र हमने आगे प्वाइंट्स में किया है। फोन की बैटरी हीट करती है तो मोबाइल के गर्म होने का अहसास होता है। कुछ केस में फोन की कम्यूनिकेशन यूनिट, प्रोसेसर और कैमरा भी फोन हीट का कारण बनते हैं लेकिन यह बैटरी की तुलना में काफी कम होता है। वहीं गर्मी के मौसम में जब तापमान पहले ही गर्म होता है तब उस स्थिति में फोन प्रोसेसिंग के हर कदम पर यह हिटिंग प्रॉब्लम कई गुना बढ़ जाती है। अगर आप भी फोन हिटिंग की समस्या से परेशान हैं तो स्मार्टफोन यूज़ करने की आदतों में थोड़ा सा ही बदलाव करके आप अपने मोबाइल को हिट होने से बचा सकते हैं।


Mobile Phone Heating Solution

1. कितने प्रतिशत चार्ज हुआ फोन

स्मार्टफोन को कभी भी फुल चार्ज ना करें। मोबाइल को पूरे 100 प्रतिशत तक चार्ज करने की आदत को छोड़ दें और जब भी फोन चार्जिंग पर लगाए तक 90 प्रतिशत के करीब बैटरी चार्ज होने पर उसकी चार्जिंग बंद कर दे। इसी तरह फोन की बैटरी को 20 प्रतिशत से नीचे न जाने दें। अगर मुमकिन हैं तो 20 प्रतिशत के करीब ड्रेन होते ही फोन को चार्जिंग पर लगा दे। ज्यादा हाई और ज्यादा लो पावर बैटरी हेल्थ पर भी असर डालती है और फिर ओवरहिट की वजह बनती है।

2. फोन चार्ज करने का तरीका

मोबाइल यूजर्स की आदत है कि वो फोन को रात को सोते वक्त चार्ज पर लगाते हैं और जब कभी नींद खुलती है तो उठकर चार्जिंग बंद कर देते है। ऐसी स्थिति में फोन ओवर नाईट चार्ज होता रहता है। चार्जिंग टाईम ट्रैक नहीं हो पाता है और बैटरी फुल चार्ज होने के बाद भी चार्जिंग ऑन ही रह जाती है। इसी तरह बिस्तर, तकिया या गद्दे पर भी फोन को रखकर चार्ज नहीं करना चाहिए। चार्जिंग के दौरान बैटरी से जो गर्मी बाहर निकलती है वह कपड़ों की वजह से अंदर ही रह जाती है। यह ओवरहिट के साथ ही फोन में आग लगने और बैटरी फटने का कारण भी बन सकता है।

3. स्टाईलिश फोन कवर बनते हैं प्रॉब्लम

सिर्फ चार्जिंग के दौरान ही नहीं बल्कि अन्य यूज में भी फोन की बैटरी तथा प्रोसेसर गर्मी उत्पन्न करते हैं। बहुत से लोग स्टाईल के चक्कर में ऐसे मोबाइल कवर लगा लेते हैं जो फोन का पूरी तरह से पैक देते हैं। ऐसे मोबाइल कवर में से फोन हिट अंदर ही ट्रैप हो जाती है तथा बाहर नहीं निकल पाती। अगर आप भी इस तरह के कवर यूज़ करते हैं तो कोशिश करें कि जब कहीं बाहर धूप में हो या फिर फोन चार्ज कर रहे हों तो कवर को निकाल दें तथा फोन पर हवा लगने दें।

4. ऑरिजनल चार्जर और यूएसबी ही जरूरी करें यूज़

स्मार्टफोन के साथ मिला चार्जर व यूएसबी टूट जाने या खराब हो जाने के बाद अधिकांश इंडियन सोचते हैं कि ऑरिजनल के लिए क्यों पैसा खराब किया जाए। फोन तो किसी भी चार्जर और यूएसबी से चार्ज किया जा सकता है। लेकिन आपको बता दें कि सस्ते और लोकल का यह चक्कर काफी महंगा पड़ सकता है। यह सब बैटरी हीटिंग की समस्या को भी बढ़ाता है तथा साथ ही इससे स्लो चार्जिंग व बैटरी खराब होने से लेकर ब्लास्ट होने तक का खतरा बना रहता है।


5. फालतू ऐप्स से न भरें फोन

अक्सर स्मार्टफोन यूजर फोन में कई ऐप्स डाउनलोड और इंस्टाल तो कर लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद उनका यूज़ करना बंद कर देते हैं। ये ऐप्स फोन में पड़ी रहती है तथा फोन की लोकेशन, डाटा, बैटरी, कैमरा, माइक इत्यादि को एक्सेस करती रहती है। बैकग्राउंड में रन करने वाली ऐप्स लगातार प्रोसेसर को चलाती रहती है और इसका असर बैटरी पर भी पड़ता है। इन अन्यूज़्ड ऐप की वजह से फोन स्लो तो होता ही है तथा साथ ही हिटिंग का डर भी बना रहता है। ऐसी ऐप्स जिनका ज्यादा यूज़ नहीं है उन्हें डिलीट करना ही बेहरतर है। आपके फोन की स्टोरेज और रैम भी बचेगी।

6. डिसप्ले में ऑटो-ब्राइटनेस जरूरी

आजकल मोबाइल फोंस सिर्फ बड़ी स्क्रीन ही नहीं बल्कि हाई रिफ्रेश रेट, निट्स ब्राइटनेस और कॉन्ट्रास्ट रेशियो वाली डिसप्ले लेकर आते हैं। यकिनन ये स्क्रीन बेहद ही आर्कषक रिजल्ट देती है लेकिन कई बार आर्कषक आउटपुट देने वाली मोबाइल स्क्रीन भी फोन हिटिंग का कारण बन जाती है। डिसप्ले की ब्राइटनेस ही वक्त फुल रखना भी फोन गर्म कर सकती है। फोन में ऑटो-ब्राइटनेस फीचर ऑन रखना काफी सही है। इसके अलावा फोन में स्क्रीन टाइमआउट का भी कम सेकेंड्स पर सेट करने से बैटरी तो बचती ही है तथा साथ ही हीटिंग के चांस भी कम हो जाते हैं।

7. कैमरा से फोन हीटिंग

स्मार्टफोन का कैमरा भी बहुत बार मोबाइल हीटिंग की वजह बनता है। लगातार फोन में फोटोज़ खींचना या फिर लंबे समय तक वीडियोज़ बनाने से कैमरा और फोन गर्म हो जाते हैं। गर्मी के मौसम में यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है तथा कैमरा यूज़ करने के दौरान स्मार्टफोन ओवरहीट होने लगता है। कोशिश करें तो लंबे समय तक फोन में वीडियो रिकॉर्ड ना करें तथा बार बार कैमरा ओपन करने न छोड़ें।

8. वाइब्रेशन रखें लो

कॉल या मैसेज आने पर रिंगटोन तो बजती ही है तथा इसके साथ ही फोन वाइब्रेट भी करता है। इसी तरह मैसेज में भी फोन वाइब्रेशन के जरिये नोटिफिकेशन्स भेजता है। बार बार वाइब्रेट करने के लिए फोन को पावर का यूज़ करना पड़ता है और इसका असर बैटरी और प्रोसेसर पर भी पड़ता है। हालांकि वाइब्रेट का रोल इसमें बहुत ज्यादा तो नहीं है लेकिन फिर भी अगर ज्यादा जरूरत नहीं है तो फोन की वाइब्रेशन बंद ही कर दें।

9. ये मोड्स हमेशा रखें ऑन

फोन बैटरी जब बहुत ज्यादा कम हो जाती है तो उस वक्त प्रोसेसर का लोड बढ़ जाता है। लो बैटरी के दौरान लोकेशन, जीपीएस, डाटा व सिंक इत्यादि को बंद कर देंगे तो बैटरी की खपत कम हो जाएगी और ज्यादा दबाव की वजह से फोन बैटरी गर्म भी नहीं होगी। इसी तरह फोन में मौजूद Power saving mode व ऐसे ही अन्य ऑप्शन ऑन कर देंगे तो यह भी बैटरी पर ज्यादा जोर पड़ने से रोकेंगे तथा फोन गर्म नहीं होगा।

10. अपडेट रखें फोन

फोन को हमेशा नए वर्ज़न पर अपडेट रखना भी जरूरी है। यह फोन यूज़ को स्मूथ और फास्ट तो बनाता ही है तथा साथ ही बैटरी हेल्थ के लिए भी सही रहता है। कई बाद आउटडेटेड वर्ज़न भी प्रोसेसर पर भारी पड़ जाते हैं तथा फोन के कई अन्य फीचर्स phone heating का कारण बन जाते हैं। फोन व ऐप्स अपडेट करने से सबकुछ रिफ्रेश हो जाता है तथा हीटिंग की स्थिति में भी लाभ मिलता है। ऐप्स से लेकर ऑपरेटिंग सिस्टम तक सभी चीजों को अपडेट करने के ऐरर, ग्लिच और बग ठीक हो जाते हैं और फोन स्मूथ, फास्ट और सुरक्षित हो जाता है।

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