Big Breaking: दस जिलों में तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट, भूस्खलन से सड़कें बंद व पेयजल योजनाएं ठप
Himachal Weather ALERT, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का क्रम अभी लगातार जारी रहेगा। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिन के लिए लाुहल-स्पीति व किन्नौर को छोड़कर बाकी जिलों में तूफान, बिजली गिरने व भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा व भूस्खलन से तीन मकानों व दो पशुशालाओं को नुकसान हुआ है और 46 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। इनमें 30 चंबा व 16 बिलासपुर की पेयजल योजनाएं शामिल हैैं। किन्नौर के छितकुल में मस्तरंग खड्ड में बाढ़ आने से सांगला-छितकुल मार्ग बंद हो गया है। इसे बहाल करने के लिए मशीनरी लगाई गई है। धर्मशाला में 82, बिलासपुर के बरठीं में 58 व शिमला के बाघी में 26 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
प्रदेश में शुक्रवार को धूप व बादलों का लुकाछिपी का खेल चलता रहा और कई स्थानों पर वर्षा हुई। प्रदेश के कुछ स्थानों में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री तक की गिरावट आई है। सिरमौर के धैलाकुआं में अधिकतम तापमान में सबसे अधिक छह डिग्री तक की वृद्धि दर्ज की गई।
मंडी जिले के जोगेंद्रनगर में सिंकदरधार के जंगल में भूस्खलन की चपेट में आने से एक चरवाहा गंभीर रूप से घायल हो गया। पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिरने से घायल बुद्धि सिंह को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कालेज टांडा रेफर किया गया। वहीं, मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी जिले के सात मील में 15 घंटे बाद यातायात बहाल हो गया। वीरवार देर शाम पहाड़ी दरकने से राजमार्ग बाधित हुआ था। इसके दोनों ओर 15 किलोमीटर लंबा जाम लगने से सैकड़ों वाहन रातभर फंसे रहे। मनाली से दिल्ली जाने व दिल्ली से मनाली आने वाली लग्जरी बसें गंतव्य तक नहीं पहुंचीं और सैकड़ों यात्री रातभर एनएच पर भूखे प्यासे बसों में फंसे रहे। कई यात्रियों ने चंडीगढ़ व दिल्ली से शुक्रवार सुबह फ्लाइट लेनी थी जो छूट गई।
लगातार वर्षा से ब्यास नदी का जलस्तर बढऩे पर पानी की निकासी के लिए लारजी व पंडोह बांध के गेट खोल दिए हैं। मानसून को देखते हुए सात मील सहित अन्य भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में पहाड़ों की कटिंग पर रोक लगा दी है। मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर घट्टा से कोटरोपी तक भूस्खलन से हर साल दरकते पहाड़ों को देखते हुए प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर वाहन चालकों से सतर्कता बरतने का आह्वान किया है।
उधर, सुंदरनगर उपमंडल की डैहर उपतहसील के मुख्य बाजार के साथ लगते अप्पर डैहर गांव में निर्माणाधीन कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पानी व मलबा लोगों के घरों में भरने से काफी नुकसान हुआ। वर्षा के दौरान मनाली लेह मार्ग सहित ग्रांफू काजा मार्ग व तांदी संसारी मार्ग में भूस्खलन की आशंका होने पर प्रशासन ने राहगीरों को मौसम देखकर ही सफर करने की सलाह दी है।
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