घर की दीवार बताती है आपकी बर्बादी का संकेत ,जानिए कैसे
वास्तु में घर से जुडी हर वस्तुओं की दिशा और दशा का बहुत महत्व होता है घर पर रखी हर चीज वास्तु के अनुसार होनी चाहिए इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है अगर घर की दीवार टूटी या बेरंग की है तो यह अशुभ माना गया है इससे घर की सुख -शांति प्रभावित होती है इसलिए घर की दीवारें सही सलामत होनी चाहिए
इस बात का ध्यान रखना चाहिए की घर बाहरी चारदीवारी की उपयुक्त ऊंचाई मुख्य प्रवेशद्वार की ऊंचाई से तीन चोहाई अधिक हो पश्चिम और दक्षिण दिशाओं की दीवारों की ऊंचाई उत्तर और पूर्व दिशाओं की दीवारों की तुलना में 30 सेमी अधिक हो
पश्चिम और दक्षिण दिशाओं की दीवारें उत्तर और पूर्व दिशाओं की चारदीवारी से अधिक मोटी भी हो इससे पॉजिटिव एनर्जी सुरक्षित रहेगी और नेगेटिव एनर्जी बाहर रहेगी
इस बात का ध्यान रखना चाहिए की घर की दीवारों में कही भी क्रेक न हो और रंग रोगन उखड़ा हुआ न हो
अगर ऐसा है तो फैमेली के सदस्यों को जोड़ों में दर्द गठिया साइटिका कमर दर्द जैसी परेशानी होती है
घर की दीवारों पर पेंट भी सोच समझ करवाएं
गहरा नीला या कला रंग वायु रोग हाथ पैरों में दर्द नारंगी या गहरा पीला रंग ब्लड प्रेशर गहरा चटक लाल रंग रक्त विकार और दुर्घटना तथा गहरा हरा रंग सांस अस्थमा एवं मानसिक रोगों का कारण बनता है
घर की दीवारों को कभी भी गंदा नहीं रखना चाहिए क्योकिं धूल -मिटटी भरी हुई गंदी दीवारें नेगेटिव एनर्जी देती है
इस बात का ध्यान रखें की दीवारों के कोनों में मकड़ी के जाले ना लगें हो क्योकिं ये टेंशन और निराशाजनक माहौल को जन्म देते है
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