आज मासिक शिवरात्रि पर शुभ योग में करें इस चमत्कारी मंत्र का जाप, दूर होंगे हर कष्ट
मासिक शिवरात्रि पूजन का मुहूर्त—
मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ— 22 नवंबर को सुबह 8 बजकर 49 मिनट से कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का समापन 23 नवंबर को सुबह 6 बजकर 53 मिनट तक
जानिए मार्गशीर्ष मास की मासिक शिवरात्रि पूजा विधि—
इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प करें इस दिन पूजन के समय सफेद वस्त्र धारण करना उत्तम रहेगा। शिव पार्वती की संग में षोडोपचर विधि से पूजा करें भोग लगाएं और दिन भर व्रत करने के बाद मध्यरात्रि में शिव की पूजा विधिवत करें शिवरात्रि की पूजा रात्रि के चार प्रहर में अधिक फलदायी मानी जाती है। ऐसे में रात्रि के प्रथम प्रहर की पूजा रात 6 बजे से 9 बजे के बीच में करें पूजा में शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें इस दौरान ऊं हीं ईशानाय नम: मंत्र का जाप करें
इससे तमाम दोष और रोग से मुक्ति मिल जाती है वही दूसरे प्रहर की पूजा 9 बजे से 12 बजे के बीच करें ऊं हीं अधोराय नम: मंत्र जाप करते हुए शिव को दही चढ़ाएं। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है वही प्रात: 12 बजे से 3 बजे के बीच तीसरे प्रहर की पूजा शुरू कर दें।
इसमें शिव का घी से अभिषेक करें इसमें ऊं हीं वामदेवाय नम: का जाप करें इससे विशेष मनोकामना पूर्ण हो जाती है वही चौथे प्रहर की पूजा 3 से 6 बजे के बीच करें इसमें शिवलिंग पर शहद अर्पित करते हुए ऊं हीं सग्घोजाताय नम: का मंत्र जाप करें ऐसा करने से जन्म मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
No comments