पेशाब से आने वाली बदबू का इन 5 बीमारियों की तरफ हो सकता है इशारा, समय रहते कर लें ये उपाय
Urinary Infections: किडनी शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को छानने का कार्य करती है, इस प्रक्रिया में बचा हुआ अपशिष्ट पदार्थ या अपशिष्ट मूत्र कहलाता है या यह भाग सीधे मूत्र में चला जाता है। इसमें ज्यादातर पानी और कुछ सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, अमोनिया, क्लोराइड होता है। जब आपके शरीर में पर्याप्त पानी होता है, तो मूत्र का रंग (Urine Tests for Diagnosis of Infectious Diseases) बहुत सारे पानी की तरह साफ और सफेद दिखाई देता है।
इसके विपरीत यदि शरीर डिहाइड्रेट है, तो पेशाब का रंग और गंध तेज हो सकती है। डॉक्टर अनिल कुमार अग्रवाल के मुताबिक कुछ मेडिकल कंडीशन (Top 5 Diseases you can detect by simple Urine Test) भी पेशाब के रंग और गंध को प्रभावित कर सकती हैं। आइए आज जानते हैं कि पेशाब की तेज गंध का क्या मतलब होता है-
यूटीआई : यदि आपको मूत्र पथ का संक्रमण (Urinary tract infection) है, तो आपके मूत्र में अमोनिया की गंध आ सकती है। लेकिन बदबूदार पेशाब यूटीआई का पक्का संकेत नहीं है। पेशाब में जलन के साथ-साथ बदबूदार पेशाब, पेशाब में खून (Blood in Urine) और बार-बार पेशाब आने पर यूटीआई की जांच करानी चाहिए।
मधुमेह : डायबिटीज (Diabetes) वाले लोगों के पेशाब से सड़े हुए मीठे फल की तरह गंध आती है क्योंकि पेशाब में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है। इसका उपाय है कि आप अपने मधुमेह को नियंत्रण में रखें।
लिवर की बीमारी : अमोनिया की बहुत तेज गंध लिवर की बीमारी (Liver Disease) का संकेत दे सकती है। जब आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा होता है, तो अमोनिया आपके मूत्र और रक्त में बनता है। इसके अलावा, आपको त्वचा और आंखों का पीला पड़ना, पेट में दर्द, मतली और उल्टी, पेट में सूजन, और लीवर की शिथिलता के कारण आसानी से चोट लगना या खून बहना जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
ब्लैडर इन्फेक्शन : बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे मूत्राशय का संक्रमण (Bladder Infection) आपके मूत्र को बादलदार और बदबूदार बना सकता है, और आप असामान्य निर्वहन जैसे अन्य लक्षणों का भी अनुभव कर सकते हैं। कुछ यौन संचारित संक्रमण (STI), जैसे क्लैमाइडिया, आपके मूत्र की गंध को भी बदल सकते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लैडर फिस्टुला : यह आंत्र और मूत्राशय (Bowel and Bladder) के बीच एक असामान्य संबंध स्थापित करता है। इससे पेशाब से मल जैसी गंध आ सकती है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लैडर फिस्टुला (Gastrointestinal Fistula) बार-बार होने वाले यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन या मूत्रमार्ग (मूत्राशय से पेशाब को ले जाने वाली नली) से गैस निकलने में समस्या पैदा कर सकता है। कभी-कभी इस समस्या को ठीक करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है।
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