ये खूबसूरत महिला अफसर बनना चाहती थीं डॉक्टर पर बन गईं SDM

उन्होंने सामाजिक कल्याण, जैसी सभी सरकारी योजनाओं को लागू किया. पर्यावरण, पंचवटी योजना, स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाना, पंचायत से संबंधित कल्याणकारी योजनाएं, अनुकंपा तरीके से वंचित वर्ग की जरूरतों को पूरा करना. वह परियोजना निदेशक सह जिला मिशन प्रबंधक, कांगड़ा के रूप में नियुक्त होने वाली पहली अधिकारी बनीं. उन्होंने दिसंबर 2020 से जून 2021 तक सेल्फ हेल्प ग्रुप को मजबूत करने के लिए काम किया.
उन्होंने मार्च 2021 में फिर से H.A.S क्रैक किया और H.A.S कैडर में आ गई. ओशिन इंटरनेट पर काफी एक्टिव रहती हैं और सोशल नेटवर्किंग की एक बहुत एक्टिव मेंबर हैं. वह YouTube पर एक्टिव हैं और हिमाचल की अलग अलग प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्टूडेंट्स को गाइड करती रहती हैं. उन्हें हिमाचल में लाडली फाउंडेशन ट्रस्ट का राज्य ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है.
ओशिन ने हिमाचल प्रशासनिक सेवा परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल की थी. ओशिन ने यूपीएससी का एग्जाम भी दिया था, हालांकि उनका सेलेक्शन सिर्फ 5 नंबर से रह गया था. ओशिन डॉक्टर बनना चाहती थीं.

साल 2019 में उनका सेलेक्शन बीडीओ के पद पर हो गया था, उसके बाद उन्होंने हार नहीं मानी और हिमाचल प्रशासनिक सेवा का एग्जाम दिया और उनका उसमें सेलेक्शन भी हो गया. साथ ही 10वीं रैंक लाकर टॉप 10 की लिस्ट में भी शामिल हो गईं.

ओशिन शर्मा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की रहने वाली हैं. वह शिमला में पली-बढ़ी हैं. उनके पिता भुवनेश शर्मा नायब तहसीलदार हैं. उनकी मां कांगड़ा के सेटेलमेंट ऑफिसर के पीए के पद पर काम कर रही हैं.
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