महाशिवरात्रि पर करें शिव की चारों पहर पूजा, होगी अपार सुख की प्राप्ति
मान्यता है कि इस दिन शिव पार्वती का विवाह हुआ था ऐसे में इस दिन शिव संग उनकी पत्नी पार्वती की पूजा आराधना करने से भगवान की विशेष कृपा मिलती है। लेकिन इस दिन अगर शिव की चारों पहर पूजा की जाए तो भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते है, तो आज हम आपको महाशिवरात्रि के दिन शिव की चारों पहर पूजा से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे है तो आइए जानते है।
महाशिवरात्रि पर शिव के पहर पूजर पूजा का समय—
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार महाशिवरात्रि पर भोलेबाबा की पूजा चार प्रहर में करना लाभकारी होता है प्रथम पहर की पूजा का समय 18 फरवरी को शाम 6 बजकर 45 मिनट से रात्रि 9 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। वही दूसरे प्रहर की पूजा का समय 18 फरवरी की रात्रि 9 बजकर 35 मिनट से 19 फरवरी मध्यरात्रि 12 बजकर 24 मिनट तक का समय है।
शिव पूजा के लिए तीसरे प्रहर का समय 19 फरवरी की मध्यरात्रि में 12 बजकर 24 मिनट से सुबह 3 बजकर 14 मिनट तक का वक्त उत्तम है। वही महाशिवरात्रि पर शिव के चौथे पहर की पूजा का मुहूर्त 19 फरवरी की सुबह 3 बजकर 14 मिनट से सुबह 6 बजकर 3 मिनट तक का समय है। मान्यता है कि इन चारों पहर में अगर कोई साधक शिव आराधना करता है तो उसे भगवान की विशेष कृपा मिलती है और सुख में वृद्धि होती है।
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