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Shimla News: नंबर के लिए दिल खोलकर लगाई बोली, अब पैसे दिल पर पड़े भारी

नंबर के लिए दिल खोलकर लगाई बोली, अब पैसे दिल पर पड़े भारी

हिमाचल के शिमला जिले में वाहन के लिए विशेष नंबर एचपी 99-9999 के लिए एक करोड़ 12 लाख, 15 हजार, 500 रुपये की बोली लगाने वाले देशराज ने सोमवार शाम पांच बजे तक राशि जमा नहीं करवाई है। देशराज कांगड़ा जिला के डमटाल के रहने वाले हैं। पहले इन्होंने दिल खोलकर बोली तो लगा दी, लेकिन अब पैसे जमा करवाना दिल पर भारी पड़ा।

इसी नंबर के लिए एक करोड़ 11 लाख रुपये की बोली लगाने वाले शिमला के संजय को अब पैसे जमा करवाने का अवसर मिलेगा। इनके बाद एक करोड़ 500 रुपये की बोली बद्दी के धर्मवीर ने लगाई है। दो को छोड़कर अन्य विशेष नंबरों के लिए सर्वाधिक बोली लगाने वालों ने भी सोमवार शाम तक पैसे जमा नहीं करवाए हैं। एक आवेदक ने एक लाख, 30 हजार रुपये जमा करवा कर एचपी 99-0099 नंबर खरीदा है, जबकि दूसरे ने एचपी 99-0007 नंबर दो लाख 70 हजार रुपये में लिया।

पंडितों की सलाह पर खरीदते हैं नंबर

लोग पंडितों की सलाह पर ही विशेष नंबर खरीदते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का भी पसंदीदा नंबर नौ रहा है। उनके हर वाहन में नौ नंबर ही रहता रहा है। यहां तक कि उनके नजदीकी कार्यकर्ता भी नौ अंक वाला नंबर लेते थे।

इन नंबरों के लिए लगी थी बोली

नंबर, राशि, बोलीदाता एचपी 99-0003,1057500,विशाल शर्माएचपी 99-0004,997500,मनीषा ठाकुरएचपी 99-0005,2010000,मोहित बेदीएचपी 990009,2167500,धीरज कुमारएचपी 99-9000,543000 नवकरण नेगी ये नंबर ही बिके एचपी 99-0007,270000, राजेंद्र सिंह नेगी एचपी 99-0099,130000, नम्रता राठौर अब विभाग बनाएगा एसओपी : विशेष नंबर के लिए एक करोड़ से अधिक की बोली लगने के बाद परिवहन विभाग इन नंबरों की नीलामी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाने की तैयारी में है।

सरकार की स्वीकृति के बाद नई व्यवस्था के तहत विशेष श्रेणी नंबर प्राप्त किए जा सकेंगे। इसमें प्रविधान किया जा रहा है कि बोलीदाता को 30 प्रतिशत राशि पहले जमा करवानी होगी। यदि वह व्यक्ति नीलामी प्रक्रिया से अलग होता है तो उसे यह राशि वापस नहीं मिलेगी। इसके साथ विशेष पंजीकरण शुल्क एक हजार रुपये से बढ़ाकर 20 हजार रुपये किया जाएगा।

एचपी 99-9999 नंबर प्राप्त करने के लिए यदि शेष बोलीदाता भी इन्कार करते हैं तो परिवहन विभाग इस नंबर को फ्रीज कर देगा और नए सिरे से एसओपी जारी होने पर ही यह नंबर नीलाम होगा। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी कह चुके हैं कि सरकारी तंत्र को अनावश्यक रूप से उलझाने के लिए पुलिस में मामला दर्ज करवाया जाएगा। ऐसी स्थिति से बचने के लिए नियम बनाए जाएंगे।


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