गरीब घर में जन्म लेने के बाद भी यह योग जातक को धनवान और शनि देव की कृपा से परिपूर्ण बनाता
वैदिक ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में कई प्रकार के राजयोग बनते हैं जो व्यक्ति को धन और यश प्रदान करते हैं। आज हम कुछ ऐसे राजयोगों के बारे में जानेंगे जो व्यक्ति को जन्म से ही धनवान बना देते हैं। इसे शश राजयोग के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में यह राजयोग होता है वह राजा के समान जीवन व्यतीत करता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस राजयोग के कुंडली में होने से यदि कोई व्यक्ति गरीब परिवार में जन्म लेता है तो भी वह धनवान बनता है। इतना ही नहीं उसकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। ऐसे लोग समाज में अपनी पहचान बनाने में भी सफल होते हैं। आपको बता दें कि इस राजयोग का निर्माण शनिदेव ने किया है।
कुंडली में कैसे बनता है यह राजयोग और इसके लाभ के बारे में…
इस तरह बनता है शश राज योग
आपको बता दें कि पंच महापुरुष राजयोग में शश महापुरुष राजयोग आता है। यह योग तब बनता है जब शनि लग्न भाव में हो या चंद्रमा घर से मध्य भाव में हो। शनि यदि किसी जातक की कुंडली में पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में तुला, मकर या कुम्भ राशि में या चंद्रमा में स्थित हो तो कुंडली में शश योग होता है। यह योग केवल भाग्यशाली लोगों की कुंडली में ही होता है।
गरीब घर में जन्म लेकर भी व्यक्ति धनवान बन सकता है
वैदिक ज्योतिष के अनुसार यदि शनि तुला राशि में हो तो यह योग अत्यंत शुभ फल देता है। शनि की उच्च राशि तुला है। इसीलिए जिस व्यक्ति की कुंडली में ये योग होते हैं वह गरीब परिवार में जन्म लेकर भी धनवान बनता है। इतना ही नहीं इन लोगों की आर्थिक स्थिति भी काफी अच्छी होती है। ये लोग बहुत अमीर बनते हैं। कहा जाता है कि ये लोग बहुत धनवान बनते हैं। इतना ही नहीं ये लोग समय-समय पर गरीबों के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं।
राज योग मान-सम्मान देता है
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में षष्ठ राज योग होता है उसे समाज में बहुत मान-सम्मान मिलता है। ये राजयोग वाले या तो राजनेता बनते हैं। कहा जाता है कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि उच्च स्थान पर होता है तो वह व्यक्ति अपने करियर में उच्च नाम कमाता है। इतना ही नहीं किसी गांव या एनजीओ का मुखिया नौकर होता है। राज योग वाले लोग बड़े सरकारी अधिकारी, इंजीनियर, जज, वकील बनते हैं।
इस तरह बनता है शश राज योग
आपको बता दें कि पंच महापुरुष राजयोग में शश महापुरुष राजयोग आता है। यह योग तब बनता है जब शनि लग्न भाव में हो या चंद्रमा घर से मध्य भाव में हो। शनि यदि किसी जातक की कुंडली में पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में तुला, मकर या कुम्भ राशि में या चंद्रमा में स्थित हो तो कुंडली में शश योग होता है। यह योग केवल भाग्यशाली लोगों की कुंडली में ही होता है।
गरीब घर में जन्म लेकर भी व्यक्ति धनवान बन सकता है
वैदिक ज्योतिष के अनुसार यदि शनि तुला राशि में हो तो यह योग अत्यंत शुभ फल देता है। शनि की उच्च राशि तुला है। इसीलिए जिस व्यक्ति की कुंडली में ये योग होते हैं वह गरीब परिवार में जन्म लेकर भी धनवान बनता है। इतना ही नहीं इन लोगों की आर्थिक स्थिति भी काफी अच्छी होती है। ये लोग बहुत अमीर बनते हैं। कहा जाता है कि ये लोग बहुत धनवान बनते हैं। इतना ही नहीं ये लोग समय-समय पर गरीबों के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं।
राज योग मान-सम्मान देता है
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में षष्ठ राज योग होता है उसे समाज में बहुत मान-सम्मान मिलता है। ये राजयोग वाले या तो राजनेता बनते हैं। कहा जाता है कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि उच्च स्थान पर होता है तो वह व्यक्ति अपने करियर में उच्च नाम कमाता है। इतना ही नहीं किसी गांव या एनजीओ का मुखिया नौकर होता है। राज योग वाले लोग बड़े सरकारी अधिकारी, इंजीनियर, जज, वकील बनते हैं।
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