पेट की गैस के घरेलू उपाय से पाएं पेट की गैस से छुटकारा
आजकल आहार और जीवनशैली में सामंजस्य न होने के कारण पेट की गैस की समस्या होना आम बात हो गई है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार जितने भी उदर रोग हैं वे सभी हमारे शरीर के त्रिदोष के कारण होते हैं अतः वात, पित्त, कफ इन तीनों दोषों को शांत करना बहुत ही आवश्यक होता है, क्योंकि पेट की समस्या के कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग हो जाते हैं, जिनके कारण हम अक्सर परेशान रहते हैं। इसलिए पेट की समस्या को ठीक करने के लिए विभिन्न प्रकार के घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं, पेट की गैस के घरेलू उपाय से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले अपने खानपान तथा रहन-सहन में बदलाव करने की आवश्यकता होती है।
आधुनिक समय में बाजार में उपलब्ध बहुत सारे खाद्य पदार्थ जिनका निर्माण विभिन्न प्रकार के जटिल पदार्थों से किया जाता है, जैसे चीनी मैदा तथा अन्य खाद्य सामग्री वह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं। किंतु समय कम होने के कारण हम ऐसे ही खाद्य पदार्थों को बाजार से खरीद कर खाते हैं, तथा अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। एक में होने वाले खेत में ऐसे ही खाद्य पदार्थों के अधिक प्रयोग के कारण होती है, इसलिए सबसे पहले बाजार में उपलब्ध खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए, तथा शरीर को स्वस्थ रखने के लिए गैस की समस्या से अतिशीघ्र छुटकारा पाने की आवश्यकता होती है।
पेट गैस (Stomach Gas)
गैस की बीमारी कोई स्वतंत्र रोग न होकर पाचनतंत्र की कमजोरी से उत्पन्न होने वाली एक लक्षण मात्र है, किन्तु इसकी व्यापकता एवं तीव्रता ऐसी होती है, कि यह किसी बीमारी से कम नहीं लगती। पेट में होने वाली गैस की बीमारी के कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग हो जाते हैं जिनके कारण हम बहुत अधिक परेशान होते हैं। इसलिए आवश्यक होता है कि पेट की गैस की बीमारी को सबसे पहले ठीक किया जाए, जिससे हमारा शरीर अन्य प्रकार की परेशानियों से बचा रह सकता है।
गैस क्या है (What is Gas)
पेट से जुड़ी समस्याओं में पेट में वायु बनना या गैस बनना सबसे आम समस्या है, इसे पेट या आँतों की गैस और पेट फूलने के रूप में और पेट में चुभन से भी परिभाषित किया जाता है। जब खाना खाते हैं तब पाचनक्रिया के दौरान हाइड्रोजन, कार्बनडाइऑक्साइड और मिथेन गैस निकलती है जो गैस बनने या एसिडिटी होने का कारण होता है। वैसे तो आयुर्वेद के अनुसार पेट संबंधी सभी समस्याएं शरीर के दो या तीन कारणों से होती है अत: वात, पित्त, कफ इन तीनों क्रियाओं को शांत करने वाले उपचार करने चाहिए तथा इन रोगों में जौ, मूँग, दूध, मधु, इत्यादि का सेवन करना चाहिए तब इससे सारी व्याधिया उत्पन्न होती है, अधिकता के कारण जठराग्नि कमजोर होने लगती है। जब पाचन सही प्रकार से नहीं होता है तभी मैं गैस की प्रॉब्लम हो जाती हैं।
पेट में गैस बनने के लक्षण (Symptoms of Gas)
जब हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जो पचने में बहुत अधिक समय लेते हैं तथा हमारे पेट की पाचन क्रिया को प्रभावित करते हैं, जिसके कारण हमारे पेट में गैस बनने लगती है। पेट में गैस बनने के कारण पेट में दर्द तथा ऐठन होने लगती है, साथ-साथ अन्य विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं। आम तौर पर पेट में गैस बनने का मूल लक्षण पेट में दर्द होता है। लेकिन इसके अलावा भी और भी लक्षण है जो एसिडिटी होने पर नजर आते हैं।जब हम सुबह फ्रेश होने जाते हैं तो पेट साफ़ नहीं होता और पेट फूला हुआ प्रतीत होता है।
- पेट में ऐंठन और हल्के-हल्के दर्द का आभास होना।
- चुभन के साथ दर्द होना तथा कभी-कभी उल्टी होना।
- सिर में दर्द रहना भी इसका एक मुख्य लक्षण हैं।
- पूरे दिन आलस्य जैसा महसूस होता है।
गैस बनने के कारण (Causes of Gas in Hindi)
आयुर्वेद में वात, पित्त एवं कफ इन तीन दोषों के असंतुलन से ही सारे रोग होते हैं तथा इनके सामान्य अवस्था में रहने से व्यक्ति रोग रहित रहता है। उदररोगो (Gastroenteritis) मे उदरवायु (abdominal air) सबसे आम समस्याओं में से एक देखी जाती है, यह वात (Air) के कारण होने वाला रोग है। अनुचित आहार-विहार के कारण वात प्रकुपित (Irritated) होकर अनेक रोगों को जन्म देता है, तथा उदर में उदरवायु अथवा गैस की समस्या से व्यक्ति को बहुत अधिक परेशान होना पड़ता है। आयुर्वेद में वायु के पाँच प्रकार बताए गए हैं- प्राण, उदान, समान, व्यान एवं अपान वायु। उदर वायु समान एवं अपान वायु की विकृति से उत्पन्न होती है। लेकिन इसके पीछे बहुत सारे आम कारण होते हैं जिनके वजह से गैस (pet me gas ke upay) होती है, चलिये इनके बारे में पता लगाते हैं।
अत्यधिक भोजन करना (overeating)
जब हम खाना खाते समय अपनी बाइक से अधिक भोजन ग्रहण करते हैं तथा हमारा पेट फूल जाता है तो हमारे पेट में गैस बनने लगती है। अत्यधिक भोजन करने के कारण हमारे शरीर में पाचन क्रिया धीरे हो जाती है जिसके कारण पेट में गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
बैक्टीरिया का पेट में ज्यादा उत्पादन होना
अत्यधिक भोजन करने के कारण जब हमारे पेट में पर्याप्त रूप से भोजन बच नहीं पाता और काफी लंबे समय तक हमारे पेट में आंतों में भोजन पड़ा रहता है, तो वहां पर अत्यधिक बैक्टीरिया उत्पन्न होने लगते हैं, जिसके कारण पेट में गैस बन जाती है और वह हमें परेशान करते हैं।
भोजन करते समय बातें करना और भोजन को ठीक तरह से चबाकर न खाना
भोजन करते समय यदि हम बातें करते हैं तो हमारा ध्यान खाने के तरफ से हटकर बातों में चला जाता है, जिसके कारण हम भोजन को ठीक से बारीक चबाकर नहीं खाते हैं, और हम खड़े भोजन को निकल जाते हैं, जिसके कारण हमारे पेट में आंतों को भोजन पचाने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है और गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
पेट में अम्ल का निर्माण होना
जब हम वह चीनी तथा मैदे से बनी वस्तुओं का प्रयोग अधिक मात्रा में करते हैं, तथा खाना खाने के बाद तुरंत पानी का प्रयोग करते हैं तो हमारे पेट में एसिडिटी बनने लगती है, जिसके कारण शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ जाती है। पेट में अम्ल की मात्रा बढ़ने के कारण गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है और वह हमें विभिन्न प्रकार की समस्याएं में डाल देती है।
पेट में गैस बनने के निम्नलिखित कारणकिसी-किसी दूध के सेवन से भी गैस की समस्या हो सकती है।
- अधिक शराब पीना।
- मानसिक चिंता या स्ट्रेस।
- एसिडिटी, बदहजमी, विषाक्त खाना खाने से, कब्ज और कुछ विशेष दवाओं के सेवन।
- मिठास और सॉरबिटोल युक्त पदार्थों के अधिक सेवन से गैस बनता है।
- सुबह नाश्ता न करना या लम्बे समय तक खाली पेट रहना।
- जंक फूड या तली-भुनी चीजें खाना।
- बासी भोजन करना।
- अपनी दिनचर्या में योग और व्यायाम को शामिल न करना।
- बीन्स, राजमा, छोले, लोबिया, उड़द की दाल का अधिक सेवन करना।
कुछ तली भुनी चीजे खाना से कुछ लोगों को गैस बन जाता है जबकि कुछ लोगों को उससे कोई गैस नहीं बनता है।
खाद्य पदार्थ जिनमें वसा या प्रोटीन के बजाय कार्बोहाइड्रेट का प्रतिशत ज्यादा होता है, उसको खाने से ज्यादा गैस बनती है।
आप अपने आप को आवश्यक पोषक तत्वों से वंचित भी नहीं रख सकते हैं, अक्सर, जैसे ही एक व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, कुछ एंजाइमों का उत्पादन कम होने लगता है और कुछ खाद्य पदार्थों से अधिक गैस भी बनने लगती है।
पेट की गैस के घरेलू उपाय(Prevention for Gas )
अगर खाना खाने के बाद एसिडिटी हो रहा है, या हमेशा किसी न किसी कारण गैस का प्रॉबल्म है, तो इसको रोकने के लिए आपको अपने खान-पान तथा रहन-सहन में बदलाव करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि गैस की समस्या से हमारे शरीर में आने भी समस्याएं होती हैं, जिनको रोकने के लिए गैस को बनने से रोकना बहुत ही आवश्यक होता है। गैस को बनने से रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं।
पेट की गैस के घरेलू उपाय अपने आहार में बदलाव करें
यदि आपको गैस की समस्या हो रही है और आप गैस की समस्या को दूर करना चाहते हैं, तो आपको अपने खाने पीने की वस्तुओं में बदलाव करने की आवश्यकता है। सेम, गोभी, प्याज जैसे खाद्य पदार्थ की मात्रा का ध्यान रखें, हालांकि, इससे पहले कि आप इन चीजों को खाना छोड़ दे, एक या दो सप्ताह इन्हें खाकर यह पता लगा लें कि आपकों किस चीज से नुकसान पहुँचता है। मिठास या सॉरबिटोल युक्त उत्पादों से बचें, जो चीनी मुक्त मिठाई और कुछ दवाओं में प्रयोग (pet me gas ke upay) किया जाता जा सकता है।
पेट की गैस के घरेलू उपाय जीवन शैली में बदलाव करें
यदि आपको गैस की समस्या लगातार हो रही है, तो आप अपने जीवन शैली तथा रहन-सहन में बदलाव करके भी देख सकते हैं। आपको अपनी दैनिक दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की जरूरत है, जो गैस की समस्या के कारण हो सकते हैं। गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप अपने जीवन शैली में निम्नलिखित सुधार कर सकते हैंसुबह उठकर प्राणायाम एवं योगासन करें।
- भोजन को चबा-चबा कर खाएं, जल्दी-जल्दी भोजन न खाए।
- खाना खाने के बाद सुबह योगा करने से पेट की समस्या ख़त्म हो जाती है, इसको करने के लिए घुटने मोड़कर बैठ जाएं। दोनों हाथों को घुटनों पर रख लें। 5 से 15 मिनट तक करें।
- गैस पाचन शक्ति कमजोर होने से होती है। यदि पाचन शक्ति बढ़ा दें तो गैस नहीं बनेगी।
- योग की अग्निसार क्रिया से आंतों की ताकत बढ़कर पाचन सुधरेगा।
- वज्रासन करने से पेट में गैस नहीं बनती।
- जंक फूड, बासी भोजन तथा दूषित पानी से जितना हो सके बचें।
- एसिडिटी होने पर कैसे रखें अपना खाने पीने का तरीका।
गैस दूर करने के आसान तरीके
आम तौर पर गैस बनने से जो पेट में दर्द होता है यह आम लक्षण होते हैं, उससे राहत पाने के लिए घरेलू नुस्ख़ों को ही अपनाया जाता है। इनमें वह चीजें होती हैं जो आसानी से घर में मिल जायें या उसको इस्तेमाल करने का तरीका आसान हो। चलिये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।काली मिर्च और सूखी अदरक गैस को दूर करने में करते हैं मदद करता है।
भोजन के एक घण्टे बाद 1 चम्मच काली मिर्च, 1 चम्मच सूखी अदरक और 1 चम्मच इलायची के दानों को 1/2 चम्मच पानी के साथ मिला कर पिएं।
1/2 चम्मच सूखा अदरक पाउडर लें और उसमें एक चुटकी हींग और सेंधा नमक मिला कर एक कप गरम पानी में डाल कर पीएं। यह गैस की समस्या को खत्म करता हैं।
अजवाइन भी गैस की समस्या से राहत दिलाती है।
पेट में या आंतों में ऐंठन होने पर एक छोटा चम्मच अजवाइन में थोड़ा नमक मिलाकर गर्म पानी में लेने पर गैस से राहत मिलती है।
- यदि बच्चों को अज्वाइन दी जा रही है तो थोड़ी मात्रा में दी जाए।
- वायु समस्या होने पर हरड़ के चूर्ण को शहद के साथ मिक्स कर खाना चाहिए।
- पेट की गैस के घरेलू उपाय मे टमाटर गैस में फायदेमंद
भोजन के साथ सलाद के रूप में टमाटर का प्रतिदिन सेवन करना लाभप्रद होता है। यदि उस पर काला नमक डालकर खाया जाए तो लाभ अधिक मिलता है। लेकिन एक बात का ध्यान रखे कि पथरी के रोगी को कच्चे टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
नींबू की शिकंजी गैस दूर करने में लाभदायक (Lemon water)
नींबू की शिकंजी पेट के समस्याओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। पेट में बनने वाली गैस को जड़ से समाप्त कर देती है रोज सुबह खाली पेट नींबू की शिकंजी का सेवन करें। खट्टी ड़कारें आना व मुँह का स्वाद क़ड़वा होना दोनों में आराम मिलेगा पेट की गैस के घरेलू उपाय है।
लौंग का सेवन गैस में फायदेमंद
भोजन करने के बाद दोनों समय एक-एक लौंग सुबह-शाम चूसने से खट्टी ड़कार नहीं आती हैं। इससे गैस की समस्या का समाधान हो सकता है। लौंग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जो पाचन के लिए रामबाण माने जाते हैं। लौंग में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। लौंग में मौजूद पोषक तत्व अपच और पेट से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में भी मदद करते हैं। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण पाचन को बेहतर बनाते हैं। उल्टी, गैस और जलन जैसी पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए भी लौंग फायदेमंद है।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए (When to see a Doctor)
आम तौर पर गैस की समस्या को आम बीमारी माना जाता है लेकिन जब इसके लक्षण जटिल हो जाये जैसे पेट का चुभना या लगातार दर्द होते जाना, एक हफ़्ते से ज्यादा दिनों तक एसिडिटी कम नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से सलाह ले लेना जरूरी होता है।यदि समय रहते डॉक्टर से सलाह नहीं ली जाती है, तो यह बीमारियां बढ़ जाती है, और हमारे पेट में समस्याएं अधिक होने लगते हैं, जिसके कारण हमारा शरीर अत्यधिक समस्याओं से खिल जाता है। इसलिए यदि गैस की समस्या अधिक दिनों तक रहती है तो डॉक्टर से मिलना चाहिए और डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दवाओं का प्रयोग करना चाहिए।
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