18 अगस्त को मंगल का गोचर, इन 4 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ, नौकरी में तरक्की के योग

Mangal Gochar 2023: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को भूमि पुत्र कहा जाता है। बता दें कि साहस और ऊर्जा के कारक मंगल ग्रह 18 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करने वाले हैं। मंगल के इस गोचर से कई राशियों के जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। आइए जानते हैं मंगल के गोचर से किन राशियों को मिलेगा लाभ।
मंगल के गोचर से इन राशियों को मिलेगा लाभ
मेष राशि
मंगल कन्या राशि में गोचर करके इस राशि में छठे भाव में रहेंगे। इस भाव को स्वास्थ्य, प्रतियोगिता का भाव माना जाता है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर लाभकारी सिद्ध हो सकता है। शत्रुओं के ऊपर विजय प्राप्त होगी। इसके साथ ही कानून संबंधी मामलों में आपको लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य की बात करें, तो वह बेहतर रहे वाला है। काम को लेकर विदेश यात्रा करने का मौका मिल सकता है। हालांकि, थोड़ा खर्च अधिक बढ़ सकता है।
मिथुन राशि
कन्या राशि में गोचर करके इस राशि में मंगल चौथे भाव में रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को संपत्ति, घर खरीदने का मौका मिल सकता है। इसके साथ ही मंगल की सातवें, दसवें और ग्यारहवें भाव में दृष्टि होने के कारण बिजनेस में अपार सफलता के साथ धन लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी पेशा लोगों को अपने कार्य में पूरा ध्यान देना होगा। तभी तरक्की हो सकती है।
कर्क राशि
योगकारक ग्रह मंगल इस राशि में तीसरे भाव में रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों का भाई-बहन के साथ प्यार बढ़ेगा। आत्मविश्वास और ऊर्जा से भरे रहने के कारण सुख-समृद्धि के साथ हर क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को भी मेहनत का फल मिल सकता है। ऐसे में पदोन्नति और इंक्रीमेंट के योग नजर आ रहे हैं। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लोगों को सफलता हासिल हो सकती है। इसके साथ ही परिवार का पूरा सहयोग प्राप्त हो सकता है।
वृश्चिक राशि
इस राशि में मंगल ग्यारहवें भाव में रहेंगे। इस भाव को लाभ और इच्छाओं का भाव माना जाता है। ऐसे में इस राशि के जातकों की हर एक इच्छा पूरी हो सकती है। नए लोगों के संपर्क हो सकता है। इससे आपको बिजनेस में लाभ मिल सकता है। परिवार का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे लोगों को सफलता हासिल होगी। आर्थिक स्थिति भी सही होने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही लंबी बीमारी से जूझ रहे लोगों को सफलता हासिल हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति हो सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
मंगल ग्रह किसका कारक है?
मंगल ग्रह को ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, शौर्य का कारक ग्रह कहा जाता है।
ज्योतिष में मंगल ग्रह क्या है?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मंगल को युद्ध का देवता कहा जाता है।
मंगल ग्रह किस राशि का है स्वामी?
मंगल ग्रह मेष एवं वृश्चिक राशियों का स्वामी है।
मंगल को भूमि पुत्र क्यों कहते हैं?
ब्रह्मावर्त पुराण के अनुसार, मंगल पृथ्वी से अलग हुआ एक ग्रह है। इसलिए इसे भूमि पुत्र माना गया है। इसके अलावा इसे विष्णु पुत्र भी कहते हैं।
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